यह सवाल राजस्थान (RPSC) असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 7 दिसंबर 2025 को राजस्थान सामान्य ज्ञान (GK) के पेपर में पूंछा गया था।
इसके चार विकल्प इस प्रकार थे।
- स्थानधारी
- खाकी
- नागा
- खालसा
- अनुत्तरित प्रश्न
इस प्रश्न का सही उत्तर है (4) खालसा
आचार्य मिस्कीनदास दादू पंथ की खालसा शाखा के संत थे।
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| आचार्य मिस्कीनदास दादू पंथ की निम्न में से किस शाखा के संत थे? |
दादू पंथ की 5 शाखाएं थी जिनकी जानकारी इस प्रकार है
- खालसा:- यह शाखा दादू के पुत्र गरीबदास ने शुरू की जो कि उनके उत्तराधिकारी भी थे इसकी मुख्य पीठ नरैना जयपुर में है। और दादू दयाल के दो पुत्र थे ग़रीबदास और मिस्कीनदास दोनों ही खालसा शाखा के संत हुए।
- नागा:- दादू के शिष्य हुए सुंदरदास जो इस शाखा के संस्थापक थे और ये हाथ में हथियार रखते थे।
- स्थानधारी:- इन्हें उतरादे भी कहा जाता है क्योंकि इनका संबंध दादू के उन शिष्यों से है जो उत्तर दिशा में चले गए इस शाखा के संस्थापक बनवारीदास थे।
- विरक्ते:- इस शाखा के संत मोह माया से दूर रहते है और घूमते फिरते हुए गृहस्थियों को उपदेश देते है।
- खाकी:- इस शाखा के संत शरीर पर भस्म लगाते है और लंबी लंबी जटाएं रखते है।
