वीर तेजाजी पशु मेला राजस्थान के नागौर जिले के परबतसर गांव में हर वर्ष भाद्रपद (भादू) की शुक्ल पक्ष की ग्यारस को लगता है।
यह मेला अब साल 2025 में 2 सितंबर को लगने वाला है तो सभी श्रद्धालु अपने पशु लेकर वहां पहुंच सकते है और सभी खरीददार भी जाएं।
मेले में गाय, भैंस, बैल, ऊंट, भेड़ और बकरी भी खरीदी बिक्री के लिए आती है।
यह मेला इतना बड़ा है कि यहां बिकने आए पशुओं की संख्या 130000 तक पहुंच गई थी और उसके बाद 100000 पशु बिक भी गए थे।
![]() |
तेजाजी पशु मेला परबतसर |
मेले के बारे ने कहानियां और किंवदंती और तेजाजी का चमत्कार
इसी मान्यता है कि रात्रि को परबतसर के इस मेले में पशु अचानक से खड़े हो जाते है क्योंकि वीर तेजाजी अपनी लीलण घोड़ी पर बैठकर आते है और सभी को अपने दर्शन देते है।
इस चमत्कार को मेले में जाने वाले सभी पशुपालक और बूढ़े बुजुर्ग देखते है।
जोधपुर के राजा को हुए तेजाजी के स्वप्न में दर्शन
जोधपुर के राजा अभय सिंह को सोते समय तेजाजी के दर्शन हुए और उन्होंने राजा से कहा दक्षिण में मध्य प्रदेश तक के लोग मेरी पूजा करते है लेकिन मारवाड़ में लोग मुझे भूल चुके है।
उसके बाद राजा ने कहा कि आप हमारी धरती पर पधारो और हमें सबूत दो की आप आ गए हो।
बाद में तेजाजी ने राजा को वचन दिया कि जहां लीलण खारिया तालाब में रुकी थी वहां मै जाऊंगा।
उसके बाद खारिया तालाब का पानी मीठा हो जाएगा और टीले पर जो हल का जूडा पेड़ के पास लटका है वो हरा हो जायेगा तथा यह खेजडा बनकर हमेशा खांडा खेजड़ा रहेगा।
राजा ने चमत्कार देखा और उसके बाद पनेर से निकली तेजाजी की असली देवली लाने चल दिए लेकिन विफल होकर लौटे।
लेकिन बाद में तेजाजी ने राजा से कहा कि मैं बिना मूर्ति के ही आ जाऊंगा उसके बाद तेजाजी ने नई दूसरी देवली लाकर लगाई।
यह भी पढ़ें
- गौतम ऋषि मेला 2025 की पूरी जानकारी राजस्थान में मीणाओं का महाकुंभ
- 5121 कुण्डिय रुद्र महायज्ञ, खेरली मोड़ के पास, ऊलु-कमालपुरा, भूसावर (भरतपुर) की पूरी जानकारी
- RSMSSB Rajasthan 4th Grade Syllabus and Exam Pattern 2025 In Hindi | राजस्थान चतुर्थ श्रेणी भर्ती का एग्जाम पैटर्न और सिलेबस 2025
- दूध बावड़ी की पूरी जानकारी | Doodh Baori Mount Abu Information In Hindi
- राजस्थान राज्य सूचना आयोग के बारे में पूरी जानकारी