खारी नदी का उद्गम राजस्थान राज्य के राजसमंद जिले की बिजराल की पहाड़ियों से होता है।
यह नदी बनास नदी की सहायक नदी है और बनास नदी में मिलकर बंगाल की खाड़ी के अपवाह तंत्र में जाती है।
खारी नदी की सहायक नदी मानसी नदी है जो भीलवाड़ा के शाहपुरा में इससे आकर मिलती है।
यह नदी राजस्थान के चार जिलों राजसमंद, अजमेर, भीलवाड़ा और टोंक में बहती है और इसकी लंबाई 80 किलोमीटर है।
यह नदी बिजराल की पहाड़ियों से निकलकर राजसमंद से होते हुए आसींद, गुलाबपुरा होते हुए तीर्थ क्षेत्र धानेश्वर धाम को पार करते हुए शाहपुरा से होकर टोंक के देवली में जाकर बनास नदी में मिल जाती है।
खारी नदी पर बनाए गए बांध
खारी नदी पर 1957 में भीलवाड़ा में खारी बांध बनाया गया जो आज भी आसींद क्षेत्र की जीवन रेखा कहा माना जाता है इसपर एक और बांध अजमेर में नारायण सागर बनाया गया है।
उल्टी बहने लगी खारी नदी
इस नदी में 1994 में जमकर पानी आया था उसके बाद भी थोड़ी बहुत नदी आई लेकिन अनोखा चमत्कार जब हुआ जब यह नदी भीलवाड़ा में उल्टी बहने लगी इसका कारण खनन माफियाओं द्वारा अत्यधिक बजरी दोहन था।