देव बाबा का मंदिर राजस्थान के भरतपुर जिले के जहाज नंगला गांव में स्थित है।
इनका मेला भाद्रपद शुक्ल पंचमी और चैत्र शुक्ल पंचमी को भरतपुर के जहाज नंगला में ही भरता है जिसमें इनकी याद में चरवाहों को भोजन करवाया जाता है इसे ग्वाला जीमन दावत कहा जाता है।
![]() |
देव बाबा लोकदेवता |
देव बाबा का स्थान हमेशा आपको नीम के पेड़ के नीचे मिलेगा और चरवाहे होने के कारण ये घोड़े पर नहीं बल्कि भैंसे की सवारी किया करते थे।
इन्हें गुर्जरों और ग्वालों का देवता कहा जाता है देव बाबा को पशु चिकित्सा का बहुत अच्छा ज्ञान था जिसके कारण आज भी लोग अपने पशुओं के बीमार होने पर देव बाबा की सवामणि बोलते है।
देव बाबा की आप मूर्ति देखेंगे तो उनके एक हाथ में झाड़ और दूसरे हाथ में लाठी जिनसे ये अपनी गायों और भैंसों की रखवाली किया करते थे।
ऐलादी/ एलारी के बारे में
यह भी पढ़ें
- वीर फत्ता जी के बारे में पूरी जानकारी - राजस्थान के लोकदेवता
- आभानेरी महोत्सव 2025 कब और कहां मनाया जाएगा और इसके बारे में सभी जानकारी
- आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के प्रोफेसर ब्रिटेन और जर्मनी के कॉलेजों में आयुर्वेद पढ़ाएंगे
- फुलवारी की नाल वन्यजीव अभयारण्य उदयपुर के बारे में पूरी जानकारी
- किरोड़ी कुंड धाम लक्ष्मणगढ़ अलवर के बारे में